प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा था कि बीती रात से 500 और 1000 के नोट अब सिर्फ कागज के टुकड़े मात्र रह जाएंगे। लेकिन शायद ही किसी को पता था कि ये कागज के टुकड़े बेहद काम की चीज साबित होंगे।
ओडिशा के एक युवक ने इन्हीं कागज के 500 के नोटों से कुछ ऐसा कर डाला, जिसके बारे में पीएम मोदी ने भी नहीं सोचा होगा। लक्ष्मण दुंदी नाम के इस युवक ने दावा किया है कि उसने पुराने 500 रुपए के नोटों के जरिए बिजली पैदा की है।
ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में खारियर कॉलेज के इंटरमीडिएट साइंस स्टूडेंट लक्ष्मण ने कहा कि वह पुराने 500 रुपए के नोटों में मौजूद सिलिकॉन का उपयोग कर बिजली पैदा करने में सफल हुआ है। लक्ष्मण बताते हैंः
“मैंने ऊर्जा पैदा करने के लिए नोट पर लगी सिलिकन कोटिंग का इस्तेमाल किया। मैंने नोट को फाड़ा, ताकि कोटिंग दिखाई देने लगे, उसे मैंने धूप में रखा। इस प्लेट को एक बिजली की तार के जरिए ट्रांसफॉर्मर से कनेक्ट करने से बिजली पैदा की जा सकती है।”
लक्ष्मण को इस तकनीक को विकसित करने में महज 15 दिनों का वक्त लगा।
लक्ष्मण के किए गए इस दावे की हकीकत जानने के लिए, पीएमओ के आदेश के बाद प्रदेश सरकार ने संबद्ध विभाग को लक्ष्मण के प्रोजेक्ट का अध्यन कर, पीएमओ को रिपोर्ट सौंपने को कहा है। इसपर लक्ष्मण कहते हैंः
“मैंने एक ट्रांसफॉर्मर बनाया है जो सिलिकन प्लेट से पैदा किए गए चार्ज को स्टोर कर सकता है। अगर पीएमओ मेरे इस इनोवेशन को पसंद करता है तो मेरे लिए गर्व की बात होगी।”
लक्ष्मण एक किसान के बेटे हैं, जो बल्ब बनाकर घर का खर्च चलाने में अपना योगदान देते हैं। अगर उनका यह प्रोजेक्ट कारगर साबित होता है तो वाकई लक्ष्मण के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।