अपनी रक्षा प्रणाली को और मजबूत करने की दिशा में रूस भारत से ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल खरीदने का इच्छुक है। रूस इन्हें अपने सुखोई एसयू-30 एसएम फाइटर प्लेन पर तैनात करना चाहता है।
एक रुसी समाचार एजेंसी के मुताबिक, भारत द्वारा ब्रह्मोस मिसाइल के साथ लड़ाकू विमान एसयू-30 एमकेआई के परीक्षण के बाद रूसी सेना 2017 में इसकी खरीद की बात शुरू कर सकती है। बता दें कि भारत ने रूस की मदद से ही इन मिसाइलों का निर्माण किया है।
ब्रह्मोस मिसाइल भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) एवं रूस के फेडरल स्टेट यूनिटरी एंटरप्राइज एनपीओ माशिनोस्ट्रोयेनिया (NPOM) की संयुक्त परियोजना है।
संयुक्त रूप से मिसाइल बनाने को लेकर भारत व रूस के बीच 12 फरवरी 1998 को समझौता हुआ था। इसके बाद भारत में ब्रह्मोस एयरोस्पेस की स्थापना हुई और मिसाइल का निर्माण शुरू हुआ।
इसी साल गर्मियों में भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल के डेमोन्सट्रेटर के साथ लड़ाकू विमान का परीक्षण किया था।
Advertisement
इस साल के अंत तक ब्रह्मोस का फाइटर जेट के साथ परीक्षण की उम्मीद है।