हार्दिक पांड्या ने उनकी तेज तरार बल्लेबाजी कौशल और अपनी गेंदबाजी से विरोधियों के विकेट चटकाने के दम ऑलराउंडर का दर्जा हासिल किया। वहीं, कइयों ने हार्दिक की तुलना कपिल देव से लगातार करनी शुरू कर दी। कुछ लोग इसके पक्ष में हैं तो कुछ विपक्ष में।
उधर, टीम इंडिया के उभरते ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के लिए हाल ही में हुआ दक्षिण अफ्रीकी दौरा उनके और करोड़ों भारतीय क्रिकेट-प्रेमियों के लिए निराशाजनक साबित हुआ। इस दौरे पर उनका प्रदर्शन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा।
जहां, साउथ अफ्रीका के केप टाउन में खेले गए पहले टेस्ट में टीम की भारतीय पारी लड़खड़ाती नजर आ रही थी, उस समय हार्दिक ने 93 रनों की पारी खेली। सबने उनकी खूब तारीफ़ की। इसके बाद एक बार फिर उनकी तुलना महान ऑलराउंडर कपिल देव से की जाने लगी।
गेंद से भी वह ठीक-ठाक प्रदर्शन करते रहे, लेकिन उनकी बल्लेबाजी का रंग केप टाउन के बाद फीका पड़ता गया।
इस बीच ऐसे मौके भी आए जब वह आलोचकों के निशाने पर रहे। एक बार सेंचुरियन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में जब उन्होंने रन लेते हुए अपना बल्ला जमीन से नहीं टिकाया तो वह रैंप शॉट खेलते हुए विकेट के पीछे लपके गए। उन्हें गैर-जिम्मेदाराना बताया गया। केप टाउन की अपनी पारी के बाद उन्होंने 1, 15, 6, 0 और 4 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट सीरीज में 19.83 की औसत से 119 रन बनाए।
फिर वन डे सीरीज में भी पांड्या का कमाल देखने को नहीं मिला। भारत ने जहां इस सीरीज में 5-1 से जीत हासिल की, वहीं पांड्या बतौर बल्लेबाज इस सीरीज में 8.66 की औसत से सिर्फ 26 रन ही बना पाए। बल्ले से प्रदर्शन न करने के बावजूद, उनकी तेज गेंदबाजी और शानदार फील्डिंग की वजह से वह टीम में बने रहे।
पांड्या के प्रदर्शन को लेकर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी रोजर बिन्नी ने हार्दिक पंड्या को लेकर बड़ा बयान दिया है।
उनका कहना है कि पांड्या की किस्मत अच्छी है, जिसकी वजह से लोग उन्हें हरफनमौला खिलाड़ी समझते हैं। उन्होंने कहा-
“पांड्या लकी हैं कि उन्हें ऑलराउंडर समझा जा रहा है। वह बल्ले से योगदान नहीं देते हैं। वह गेंद से प्रदर्शन कर रहे हैं और इसी वजह से वह टीम में बने हुए हैं।”
बिन्नी ने आगे पांड्या की तुलना कपिल देव से किये जाने पर भी आपत्ति दर्ज की। उनके मुताबिकः
“हार्दिक पंड्या टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बनाने में इसलिए कामयाब रहते हैं क्योंकि वह विपक्षी टीम के विकेट चटकाने की कला में पारंगत हैं। पांड्या अच्छे किस्मत वाले हैं, जो उनको लोग स्टार खिलाड़ी के रूप में देखते हैं, लेकिन लोगों को पांड्या की तुलना कपिल देव से करना बंद कर देना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि बल्लेबाज के रूप में वे कपिल के आसपास नहीं हैं।
“कपिल देव ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अच्छे खासे रन बनाए थे, जबकि पंड्या ने टेस्ट फॉर्मेट से पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अभी तक कोई खास कमाल नहीं दिखाया है। बल्लेबाज के रूप में वह कपिल देव से बिल्कुल अलग हैं। कपिल ने टेस्ट खेलने से पहले ही फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार पारियां खेली थीं।”
बता दें कि रोजर बिन्नी साल 1983 में वर्ल्ड कप विजेता टीम के हिस्सा थे। उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी भी टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं।