उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद के एक गांव में हिंदू-मुस्लिम ने आपसी सौहार्द्र की बेहतरीन मिसाल पेश की है। मंदिर, मस्जिद में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर हुए विवाद के बीच, गांव के दोनों समुदाय के लोगों ने आपसी सहमति से लाउडस्पीकर उतार कर भाई-चारे का परिचय दिया है।
मुरादाबाद स्थित ठिरियादान गांव में मंदिर-मस्जिदो में लाउडस्पीकर का प्रयोग होता रहा है, जिस कारण यहां अक्सर तनाव की स्थिति बनी रहती थी। एक बार फिर तनाव की स्थिति देख, ग्रामीणों ने पुलिस की मौजूदगी में इस समस्या का समाधान निकाला।
तय किया गया कि गांव में होने वाले किसी भी धार्मिक कार्य में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। दोनों पक्षों ने यह बात लिखित रूप से थाने में दी और लाउडस्पीकर पुलिस को सौंप दिए।
पुलिस ने गांववालों की इस अनूठी पहल का स्वागत किया है। पुलिस के अनुसार, इस तरह के मामलों को अगर आपसी सहमति से सुलझाया जाए तो वह ही सही होता है। इस तरह का निर्णय एक-दूसरे से विचार-विमर्श कर लेना साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल है।
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