हिंदू धर्म का महापर्व कुंभ मेला शुरू हो चुका है और लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ संगम में डुबकी लगा रही है। कुंभ मेले में यदि कोई लोगों को सबसे ज़्यादा आकर्षित कर रहा है तो वह है नागा बाबा। कुंभ में आए अनोखे बाबा अपने अलग अंदाज़ से सुर्खियों में छाए हुए हैं।
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नागा साधु बनना कोई आसान काम नहीं है। बिना कपड़ों के गर्मी, सर्दी और बरसात में रहते हैं यह बाबा। हिंदू धर्म में इन बाबाओं को बहुत अहमियत दी गई है। नागा साधु बनने के लिए 6 साल की कठिन तपस्या करनी पड़ती है। नागा साधुओं को शुरुआत में सिर्फ एक लंगोट दी जाती है और कुंभ मेले में अंतिम दीक्षा लेने के बाद उन्हें लंगोट भी छोड़ना पड़ता है और सारी ज़िंदगी बिना कपड़ों के रहते हैं। इस बार कुंभ मेले में कई अनोखे बाबा दिख रहे हैं।
मौनी बाबा
परमहंस सेवा आश्रम अमेठी से आये शिव योगी को लोग मौनी बाबा कहते हैं, क्योंकि ये बाबा 14 सालों तक मौंन रहे हैं। शरीर पर ढेर सारी रुद्राक्ष माला है इस कारण भक्त इन्हें रुद्राक्ष बाबा भी कहते हैं खास बात यह हैं कि ये सभी रुद्राक्ष इन्हें तोहफे में मिले हैं। इतना ही नहीं इन बाबा जी ने 43 सालों से अन्न भी नहीं खाया है बावजूद इसके इतने फिट है वाकई हैरानी की बता है।
कबूतर बाबा
इन बाबा को कबूतर बाबा इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह पूरे दिन अपने कंधे पर कबूतर को बैठाकर दाना चुगाते रहते है। ये बाबा श्री निंरजनी पंचायती अखाड़े के सन्यासी हैं।
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खड़े श्री बाबा
राजस्थान के पुष्कर से आये खड़े श्री बाबा का पूरा नाम दिगम्बर हरिवंश गिरि है। यह बाबा 9 सालों से खड़े हैं। कहा जा रहा है कि बाबा ने प्रण लिया कि जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता वह एक पैर पर खड़े रहेंगे।
गोल्डन बाबा
इन बाबा को देखकर आप समझ ही गए होंगे कि इन्हें गोल्डन बाबा क्यों कहा जाता है। इनके शरीर पर एक-दो किलो सोना हमेशा रहता है।
चश्मे वाले बाबा
गॉगल पहनकर बैठे यह बाबा जूना अखाड़ा के महंत शक्तिगिरि हैं। गिरि बाबा ने 70 किलो की माला भी पहनी है और उनका मुकुट भी रुद्राक्ष का है।
ये सभी बाबा कुंभ मेले का खास आकर्षण बने हुए हैं।
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