प्रकृति से प्रेम करना आज की जरूरत है और इसका एक-एक श्रृंगार आवश्यक अवयव हैं, जो सृष्टि के काम आता है। हम अभी बात कर रहे हैं एक ऐसे फोटोग्राफर के बारे में, जिन्होंने न केवल फोटोग्राफी में महारत हासिल की है, बल्कि तितलियों पर शोध भी कर रहे हैं। अपने शोध के जरिए वह लोगों में तितली को लेकर जागरुकता फैलाने का पुनीत काम करते हैं।
ये हैं चंडीगढ़ के कुलभूषण कंवर जो तितली विशेषज्ञ हैं!
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आइए तितलियों के फोटोग्राफ और शोधपरक जानकारी साथ-साथ देखते हैं।
1. कंवर ने चंडीगढ़ में सौ से ज़्यादा किस्म की तितलियों को खोज निकाला है।
2. इनके अनुसार तितलियों का अपना एक मन भी होता है और इसी मन से वे पसंद और नापसंद को तय करते हैं।
3. कंवर का कहना है कि तितलियां भूखे रह जाएंगी, लेकिन पसंद की चीजें ही खाएंगी।
4. तितलियों को ज़्यादा गहरे रंग पसंद नहीं हैं। इसलिए इनके पास जाने के लिए पीच, पिंक, पीले या हरे रंग के फ़्लोरल कपड़े पहनना बेहतर है।
5. तितलियों को परफ्यूम कतई पसंद नहीं है और न ही टैलकम पाउडर की ख़ुशबू।
6. ये मात्र दस से बारह फ़िट तक ही साफ़ देख पाती हैं, इससे अधिक दूर सब धुंधला नज़र आता है।
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7. तितलियां एक से दो हफ़्ते तक ही जीवित रहती हैं। सिर्फ़ उत्तरी अमेरिका में पायी जाने वाली विशाल मोनार्क तितली नौ महीने तक जीवित रह पाती हैं।
8. चंडीगढ़ की सुखना झील के पीछे टाइगर तितलियां पाईं जाती हैं।
9. तितलियों को आगामी मौसम का अंदाज़ा रहता है।
10. तितलियां 100 किलोमीटर तक बिना भटके सफ़र कर सकती हैं।
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