बेटी की शादी में कथित तौर पर 500 करोड़ रुपए खर्च करने वाले माइनिंग कारोबारी जर्नादन रेड्डी की कंपनी पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस छापे में आयकर विभाग के स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (SIT) को कुछ अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं।
Karnataka: IT raid at Janardan Reddy’s Obulapuram mining company in Bellary
Advertisement— ANI (@ANI_news) November 21, 2016
जब देश में नोटबंदी को लेकर अफरातफरी का माहौल है, उस वक्त खुद को राजा कृष्णदेव राय का अवतार मानने वाले जनार्दन रेड्डी भव्य विवाह समारोह के आयोजन को लेकर चर्चा में हैं।
इस पूर्व भाजपा नेता अपनी बेटी की शादी के लिए समारोह स्थल पर विजयनगर साम्राज्य की याद दिलाते हुए बड़े-बड़े आलीशान सेट बनाए थे। जिस स्थान पर वर-वधु ने फेरे लिए, उस स्थान को हम्पी के विजय विट्ठल मंदिर की तरह बनाया गया था।
तिरुपति मंदिर के 8 पुजारियों ने पारंपरिक तरीके से विवाह संपन्न कराया। इस विवादित विवाह समारोह में कई भाजपा नेता भी वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचे थे।
कांग्रेस पार्टी ने इस मामले को मौजूदा संसद सत्र में उठाया। कांग्रेस पार्टी का कहना था कि जहां गरीब आदमी शादी के लिए पैसों का मोहताज हो गया है दूल्हे को कतार में लगकर एटीएम से पैसे निकालने पड़ रहे हैं, वहीं जनार्दन रेड्डी कैसे इतनी भव्य शादी कर रहे हैं।
इस शादी की गूंज संसद में उठने के साथ ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि रेड्डी की कंपनी पर आयकर विभाग कार्रवाई कर सकता है।
49 साल के जनार्दन रेड्डी कभी कर्नाटक की सबसे दमदार शख्सियतों में शुमार थे। वे अवैध माइनिंग के मामले में तीन साल की जेल भी काट चुके हैं। वह पिछले साल ही जमानत पर रिहा हुए हैं।
बेल्लारी ब्रदर्स के नाम से मशहूर रेड्डी भाइयों में जनार्दन और उनके बुजुर्ग भाई जी। करुणाकरन रेड्डी येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रह चुके हैं।