34 वर्षीय भारतीय उद्योगपति गुरुबख्श चहल को घरेलू हिंसा के एक मामले में एक साल की जेल की सजा सुनाई गई है। चहल पहली बार तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने सिर्फ 25 साल की उम्र में अपना स्टार्टअप बेचकर 300 मीलियन डॉलर की कमाई की थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के करीबी माने जाने वाले चहल पर दो गर्लफ्रेन्ड्स के साथ मारपीट के गंभीर आरोप हैं।
इस मामले में सजा सुनाते हुए सैन फ्रांसिस्को कोर्ट की जज ट्रैसी ब्राउन ने कहा कि वह इस फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती दे सकते हैं। गुरुबख्श चहल को पिछले महीने ही इस मामले में दोषी करार दिया गया था।
भारतीय मूल के गुरुबख्श चहल ने वर्ष 2007 में अपनी डिजिटल विज्ञापन कंपनी को याहू को बेच दिया था। इस सौदे से उन्होंने करीब 2000 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
पंजाब के तरनतारन में जन्में चहल सिर्फ तीन वर्ष की उम्र में अपने परिवार के साथ अमेरिका चले गए थे।
उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी नहीं की और 16 वर्ष की उम्र में पहली कंपनी क्लिक वेंचर का गठन किया। बाद में उन्होंने दो और कंपनियां ब्लू लिथियम और रेडियमवन कंपनी भी बनाईं।
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चहल पर मारपीट का आरोप लगाने वाली महिलाएं उनकी कंपनी में काम कर चुकी हैं।