जनसंख्या विस्फोट वाला देश चीन कई चुनौतियों से जूझ रहा है। इसमें ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करना भी एक है। इतनी बड़ी जनसंख्या को जरूरी सुविधा मुहैया कराना भी खासा मुश्किल है। इसी को देखते हुए एक ख़ास तरह की बस लाने की कवायद शुरू की थी और वाहवाही भी लूटी थी।
दरअसल, बस बिना सड़क यातायात को प्रभावित किए आवाजाही करने वाली थी। यह सड़क से ऊपर ऊचाई पर चलती थी और उसके नीचे दूसरे छोटे वाहन बिना अवरोध के निकल सकते थे।
सोशल मीडिया से लेकर पूरी दुनिया में इस बस सुविधा की चर्चा हुई। इसे परिवहन के क्षेत्र में क्रांति की तरह पेश किया गया। अब व्यवहारिक परेशानियों को देखते हुए 22 मीटर लंबी इस स्ट्रैडलिंग बस को कबाड़खाने भेजा जा रहा है।
2010 में की गई इस परिकल्पना को निवेश की समस्याओं से भी जूझना पड़ा था। ट्रैफ़िक जाम की चुनौती को देखते हुए चीन में ऐसी एक बस की परिकल्पना 2010 में की गई, लेकिन इस पर बात बहुत आगे नहीं बढ़ी।
उत्तरी चीन के हेबेइ प्रांत में स्थित चिन्हुआंग्डाओ शहर में इस बस के परीक्षण स्थल को तोड़ा जा रहा है।