भारत में जहां आजकल हर दूसरे दिन ट्रेन दुर्घटनाएं हो रही हैं, वहीं दूसरी ओर पड़ोसी देश चीन ट्रेन की स्पीड और सेफ्टी के मामले में भारत से कहीं ज़्यादा आगे है। वहां का इन्फ्रास्टक्चर भी भारत से काफी उन्नत है। चीन अब जिस ट्रेन का निर्माण करने जा रहा है, उसकी रफ्तार के बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे।
शंघाइस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चीन हवा से बातें करने वाली ट्रेन का निर्माण करने जा रहा है।
चीन के स्पेस कॉन्ट्रेक्टर के अनुसार इस ट्रेन की स्पीड 4 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है। चीन ने अपनी इस नई ट्रेन का नाम ‘हाई स्पीड फ्लाइंग ट्रेन’ रखा है। अगर चीन की यह योजना सफल हो जाती है तो इसकी रफ्तार घरेलू हवाई जहाज से भी तीन गुना ज्यादा हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट के लिए चाइना ऐरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन (CASIC) ने 200 से ज्यादा पैटेंट तैयार किए हैं। इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले इंजीनियर्स का पहला लक्ष्य ट्यूब सिस्टम से ट्रेन की रफ्तार 1 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा तक पंहुचाना होगा।
अमेरिकी व्यवसायी एलन मस्क कुछ इसी तरह योजना लेकर आए हैं। इसका नाम हाइपरलूप दिया गया है, जो वैक्यूम ट्यूब में दौड़ेगी।
मस्क का कहना है कि हाइपरलूप ट्रेन की रफ्तार 12 सौ किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। हालांकि, चीन का दावा है कि उसकी हाई स्पीड फ्लाइंग ट्रेन रफ्तार के मामले में सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ देगी और यह हाइपरलूप से कहीं आंगे की चीज है।
आपको बता दें कि हाइपरलूप ट्रेन चुंबकीय शक्ति पर आधारित तकनीक है, जिसके तहत खंभों के ऊपर (एलीवेटेड) पारदर्शी ट्यूब बिछाई जाती है। इसके भीतर बुलेट जैसी शक्ल की लंबी सिंगल बोगी हवा में तैरते हुए दौड़ती है।
चीन की हाई स्पीड फ्लाइंग ट्रेन दुनिया की बुलेट ट्रेन की स्पीड से 10 गुना ज्यादा होगी।