लेह में शुक्रवार की सुबह जबर्दस्त हिमस्खलन के बाद सेना का एक जवान लापता हो गया। बताया गया है कि यह जवान टीम के साथ पेट्रोलिंग के लिए निकला था कि हिमस्खलन की चपेट में आ गया। जवान को बचाने के लिए राहत व बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि पिछले 10 मार्च को कारगिल में एवलांच में दो भारतीय सैनिक बर्फ में दब गए थे। एक जवान की डेड बॉडी 3 दिन बाद बर्फ के अंदर मिली थी।
इससे पहले 3 फरवरी को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में भारी हिमस्खलन की चपेट में आकर सेना के 10 जवान शहीद हो गए थे।
उन्हीं जवानों में से एक लांसनायक हनुमनथप्पा को 6 दिन बर्फ में दबे रहने के बाद जिन्दा निकाल लिया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
यही नहीं, जनवरी में तीन तारीख को हिमालयन रेंज के लद्दाख में हुए हिमस्खलन में आर्मी के 4 जवान शहीद हो गए थे।
सियाचिन और कारगिल युद्धक्षेत्र भारत के लिए बेहद अहम हैं। भारतीय सेना के जवान यहां से चीन और पाकिस्तान पर नजर रखते हैं। कारगिल में वर्ष 1999 में पाकिस्तान के साथ जंग हो चुकी है।
Advertisement
तब यहां पाकिस्तानी घुसपैठियों ने कई चोटियों पर कब्जा कर लिया था। उन्हें भारतीय सेना ने खदेड़ दिया।