इनकी तस्वीर देखकर आप कतई नहीं मानेंगे कि यह भारत की पहली और एकमात्र सुपरबाइक रेसर हैं और फास्टेस्ट इंडियन वुमन कार रेसर भी। जी हां, हम बात कर रहे हैं, अलीशा अब्दुल्ला की जो स्टाइलिश मॉडल सरीखी दिखती हैं, लेकिन उनका काम है हवा से बातें करना।
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अलीशा अपने मशहूर बाइक रेसर पिता आर.ए. अब्दुल्ला के नक्शे-कदम पर चल रही हैं।
उनके पिता सात बार राष्ट्रीय चैम्पियन रह चुके हैं। कहते हैं पूत के पांव पालने में ही दिखने लगते हैं। यह बात अलीशा पर बखूबी लागू होती है।
उन्होंने सिर्फ 9 साल की उम्र में ही रेसिंग शुरू कर दी थी और जब वह 11 साल की हुईं तब उन्होंने गो-कार्टिंग रेसिंग जीत ली।
18 साल की होने पर अलीशा के पिता ने उन्हें 600 सीसी की बाइक गिफ्ट की। इसके बाद तो जैसे अलीशा के ख्वाबों को पर लग गए।
उन्होंने एक के बाद एक रोटेक्स कार्टिंग चैलेंज, नेशनल सुपरबाइक चैंपियनशिप और वोक्सवैगन नेशनल पोलो कप में रेस लगाई है।
अलीशा कहती हैं कि उन्हें होन्डा की बाइक्स बेहद पसन्द हैं, क्योंकि ये छोटी और कॉम्पैक्ट होती हैं।
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अलीशा अपने ड्रीम ट्रैक्स जापान के सुजुका और इंग्लैंड के सिल्वरस्टोन ट्रैक पर रेसिंग करना चाहती हैं।
इस खतरनाक सुपर बाइक की सवारी के लिए अलीशा ने फिजिकल ट्रेनिंग भी ली है।
उनको दरअसल अपने स्टेमिना, कोर स्ट्रेंथ, कमर और गर्दन पर ध्यान देना होता है।
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