इतिहास के सभी दौर में प्रतिभाशाली लोगों ने अपनी विद्वता और कला के चमत्कारिक प्रदर्शन किए हैं। खासकर वास्तुकला के क्षेत्र में भारत सहित पूरी दुनिया में कई ऐसी ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं, जो आज भी अपनी बनावट और सुन्दरता से आश्चर्यचकित करती हैं। अधिक इमारतें वक्त के साथ धूल-धूसरित हो गईं, लेकिन कुछ को संरक्षित कर लिया गया। यही आज पर्यटकों को आकर्षित करते हैं!
यहां हम ऐसी ही 7 क्षतिग्रस्त इमारतों की तस्वीर और जानकारी लेकर आए हैं, जिन्हें 3डी तकनीक के जरिए उसके पुराने स्वरूप को दर्शाया गया है। आप यहां इन जर्जर इमारतों को उनके मूल रूप में देख सकते हैं।
1. पार्थेनन (ग्रीस)
1687 में यह इमारत तुर्की युद्ध में गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई थी। हालांकि, इसका कुछ भाग आज भी कायम है। यह ग्रीक देवी का मंदिर हुआ करता था। इसमें उनकी स्वर्ण प्रतिमा विराजित थीं। आज यह प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है।
2. नोहोच मूल पिरामिड (मैक्सिको)
यह पिरामिड जंगलों से घिरे होने के कारण लम्बे समय तक लोगों का ध्यान आकर्षित करने में असफल रहा। यह करीब 2 हजार साल पुराना है। 137 फुट लंबा पिरामिड युकाटन प्रायद्वीप पर है, जिसे 1800 के दशक में खोजा गया था। हालांकि, अब यहां पर्यटक आसानी से पहुंच सकते हैं।
3. एरिया सेरा डी ला लार्गो अर्जेंटीना (इटली)
यह किसी जमाने में भव्य रहे मंदिर का खंडहर है, जिसे 1920 के दशक में खोजा गया था। इस मंदिर के कैम्पस में बिल्लियों का जमावड़ा आकर्षित करता है। मंदिर की शिल्पकला के साथ-साथ यहां बिल्लियों के नखरे देखते ही बनते हैं।
4. सूर्य के पिरामिड (मैक्सिको)
यह मैक्सिको में सबसे महत्वपूर्ण पुरातत्व स्थलों में से एक है। इसका निर्माण 7वीं शताब्दी से पहले किया गया था। सूर्य के पिरामिड टियोतिहुआकान में सबसे बड़ी इमारत है और मध्य मैक्सिको के सबसे पुराने पिरामिड में से एक है।
5. बृहस्पति का मंदिर (इटली)
ज्ञान के देवता बृहस्पति को समर्पित यह मंदिर प्राचीन शहर पोम्पी में अवस्थित है, जो रोमन शहर में धार्मिक जीवन का मुख्य केंद्र था। इसके माध्यम से प्राचीन रोमन शहर के बारे में जानकारियां मिलती हैं।
6. लक्सर मंदिर (इजिप्ट)
लक्सर मंदिर आदिकाल से एक पवित्र स्थल रहा है। यह प्राचीन मिस्र की सबसे स्मारकीय पत्थर की वास्तुकला का प्रतिनिधित्व करता है। इतिहास को जानने के लिए लोग छुट्टियों में इसे देखने पहुंचते हैं।
7. माइलकासल 39 (इंग्लैंड)
विदेशी आक्रमण से बचाने के उद्देश्य से इंग्लैंड में इन दीवारों को बनाया गया था। सैनिकों के पराक्रम और शौर्य के लिए इसे जाना जाता है। हैड्रीयन ने सम्राट बनने के बाद इसका निर्माण कराया था। हालांकि, विद्वानों में इसको लेकर बहस अभी भी जारी है।