तमिलनाडू के करूर में खुदाई के दौरान 2000 साल पुराने महत्वपूर्ण अवशेष मिले हैं। यहां खुदाई में बड़े मिट्टी के बरतन मिले हैं, जिनमें सदियों पहले मरने का बाद इंसान को दफन किया जाता था। ये अवशेष करूर महानगरपालिका के एक सरकारी स्कूल में खुदाई के काम के दौरान मज़दूरों कों मिले।
दरअसल, स्कूल परिसर में खुदाई का काम चल रहा था। मज़दूर ओवरहेड टैंक के लिए जब खुदाई कर रहे थे, तो 10 फुट की गहराई में उन्हें कलश के अवशेष मिले, उन्होंने स्कूल के हेडमास्टर को इसकी सूचना दी। इसके बाद हेडमास्टर ने जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची टीम की जांच से पता चला कि 3 कलश के अवशेषों के अलावा मोर्टार ईटें भी खुदाई में निकली हैं।
कलश से जो अवशेष निकले हैं उसमें पुराने ज़माने में मरने के बाद लोगों को दफनाया जाता था। ये तमिलनाडु की खास प्रथा थी, जिसे ‘मधुमक्कल ताझी’ कहते हैं। पुरातत्व विभाग के मुताबिक ये अवशेष करीब 2000 साल पुराने हैं। इन कलश में हड्डियों के अवशेष पाए गए हैं। जांच की दृष्टि से ये बहुत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, क्योंकि इससे 2000 साल पुराने इतिहास के बारे में बहुत कुछ जानकारी मिल सकती है।